इसके आने से धरती भी, रोशन हो जाती है।। इसके आने से धरती भी, रोशन हो जाती है।।
हिम सीकरों से भीग गई, धरती रानी। शरद ऋतु आ गई, रात सुहानी। हिम सीकरों से भीग गई, धरती रानी। शरद ऋतु आ गई, रात सुहानी।
नोटबंदी कै मार पड़ी है आठ नबम्बर सोला मा मेहरि भई बेहोश धरे है नोट हज़ारा झोला मा। ब नोटबंदी कै मार पड़ी है आठ नबम्बर सोला मा मेहरि भई बेहोश धरे है नोट हज़ारा झोल...
चूल्हे में जाकर गेरेगी, अति की ये चतुराई। चूल्हे में जाकर गेरेगी, अति की ये चतुराई।
पल पल चाहत यही है रहती आई ऋतु वसंत की। पल पल चाहत यही है रहती आई ऋतु वसंत की।
करके सोलह सृंगार तेरे नाम का मैंने ख़ुद को वट के पत्तों से सजाया है। करके सोलह सृंगार तेरे नाम का मैंने ख़ुद को वट के पत्तों से सजाया है।